2005 तक के विज्ञापित पदों पर पेंशन बहाली सराहनीय निर्णय : जितेन्द्र दीक्षित
सभी की ओपीएस बहाली के लिए संघर्ष में तेजी का किया आह्वान
झांसी। उत्तर प्रदेश में 28 मार्च 2005 से पहले जिन नौकरियों के मामले में विज्ञापन हुआ था। उन लोगों को ओल्ड पेंशन स्कीम दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। राज्य सरकार के इस निर्णय का उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने सराहना की। यूआरसी में बैठक का आयोजन कर सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। अध्यक्षता करते हुए प्रांतीय उपाध्यक्ष / जिलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित ने कहा कि यह एक लम्बे संघर्ष का परिणाम है। लगभग बीस वर्ष बाद ऐसे शिक्षक कर्मचारी पुरानी पेंशन से आच्छादित हुए हैं, जो एनपीएस में डाल दिए गए थे। साथ ही उन्होंने संकल्प लिया कि जब तक सभी सरकारी कर्मी और शिक्षक के लिए समान रूप से पुरानी पेंशन बहाल नहीं कर दी जाती संघर्ष थमने वाला नहीं है। 28 मार्च 2005 तक विज्ञापित पदों पर पेंशन बहाली का निर्णय सराहनीय है मगर इसके बाद के लोगों का भविष्य भी अंधेरे से रोशनी की ओर लाने के विषय में सरकार को सोचना होगा। सरकार के इस निर्णय का लाभ पाने वाले 2004 बैच के शिक्षकों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मिष्ठान वितरण किया और उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रयासों को सराहा। बैठक में पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ और बुन्देलखण्ड प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी प्रतिभाग कर सरकार के निर्णय की प्रशंसा की और बधाई प्रेषित की। इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र कुशवाहा, प्रवक्ता अब्दुल नोमान, संयुक्त मंत्री शिवकुमार पाराशर, बुन्देलखण्ड प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष मृत्युञ्जय सिंह, मंत्री देवेश शर्मा, कोषाध्यक्ष उमेश बबेले, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री मुकेश सेन, विनोद त्रिपाठी, उमाशंकर शर्मा, आनंद मोहन मिश्रा, अकील अहमद खान, रमन प्रताप सिंह, धर्मेंद्र सोलंकी, जितेन्द्र त्रिपाठी, उमेश पाराशर, संजय पाटकर, प्रवीण रावत, संजीव अरजरिया, पुष्पेंद्र तिवारी, पंकज अग्रवाल, कैलाश सोनी, मधु पासी, छाया निरंजन, मंजू बाला राय, शिरीन अली, रचना शर्मा, सोनिया बक्शी, शोभा तिवारी, मोनिका सिंह, अलका द्विवेदी, कामिनी पाण्डेय, रेनू सिंह, सुनीता शुक्ला, जॉर्ज एंथोनी, विवेक तिवारी, गजेन्द्र वर्मा, मुजब्बर अली,रघुवीर पिपरैया, अंशु उदैनिया, अखिलेश गोस्वामी, अखिलेश पटेल, बृजेश दीक्षित, रवि तिवारी, आशु महाराज, अवधेश कौशिक, सुनील कुमार, संजय पुरोहित, अरुण गुप्ता, मुकेश सिंह, नारायण दास, अनुज शुक्ला सहित सैकड़ों शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।
