झुंझुनूं. आज विजय दिवस है. 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना ने अपने अदम्य शौर्य के बल पर पाकिस्तान के घुटने टिका दिए थे. इस जीत को हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. राजस्थान वीरों की धरती है. राजस्थान के जांबाज युवा देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. यही कारण है कि कोई भी युद्ध हो देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने के लिए राजस्थान के लाल हमेशा आगे रहते हैं. सूबे के शहीदों के प्रति यूं तो सभी लोग अपना शीश नवाते हैं लेकिन आज हम आप को ऐसे दो शख्स से मिलाने जा रहे हैं जो इन शहीदों और उनके परिवारों के लिए अनोखा काम करने में जुटे हैं.
