Parliament Security Breach: संसद सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. गुरुवार को सरेंडर के बाद आज इस वारदात के कथित स्टरमाइंड ललित झा को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. अदालत ने उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. ललित झा को पेश करते हुए पुलिस की स्पेशल सेल की तरफ से पब्लिक प्रॉसिक्यूटर उमाकांत कटारिया ने दलीलें रखी. उन्होंने जज के समक्ष कहा कि सबूतों के लिए कई राज्य जाना है. आरोपियों के मोबाइल को रिकवर करना जरूरी है. उसने वारदात में अपनी संलिप्तता के बारे में खुलासा किया और बताया कि कैसे वह इस साजिश का मास्टरमाइंड था. पुलिस सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ भी करेगी.
खुफिया एजेंसी के सूत्रों ने News18 को बताया कि जांच का यह दायरा इसलिए बढ़ाया जाएगा क्योंकि सिर्फ उनकी विचारधारा ही उन्हें इस हद तक प्रेरित नहीं कर सकती. जांच से पता चलता है कि इन लोगों को संसद में इस विरोध प्रदर्शन के नतीजों के बारे में भी पता था. कोई तो है जिसने पीछे से उन्हें इस हद तक जाने के लिए प्रेरित किया और यह शख्स तस्वीर में कभी नहीं देखा गया. संसद की सुरक्षा में चूक मामले को लेकर संसद में हंगामें के बीच लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदन को सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है.
ख़ुफ़िया सूत्रों ने आगे बताया कि इस हमले के मास्टरमाइंड ललित झा है, लेकिन उसने भी संभवत: किसी और के लिए यह सब किया है. आरोपी नीलम का पिछला जुड़ाव निश्चित रूप से प्रेरणा में से एक है, लेकिन फेसबुक पेज पर मिलना और हमले के इस नतीजे पर पहुंचना वाकई गंभीर है. यह सही है कि वे प्रचार चाहते थे लेकिन कोई अदृश्य हाथ है जिसने उन्हें प्रचार के लिए संसद तक पहुंचने में मार्गदर्शन किया.
