CSIR, Center Road Research Institute. महानगरों में वाहनों से निकलने वाला प्रदूषण जानलेवा बनता जा रहा है. हालांकि स्थानीय सरकारी एजेंसियां समय-समय पर प्रदूषण कम करने के लिए सख्त कदम उठाती रहती हैं, इसके बाद बावजूद एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) लगतार खराब होती जा रही है. ऐसे में पुणे की छात्रा ने ऐसा फिल्टर बनाया है, जिसको वाहनों में लगाकर 80 फीसदी तक प्रदूषण को कम किया जा सकता है. इसका प्रदर्शन सीएसआईआर और सेंट्रर रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट में आयोजित साइंस फेस्टीवल में किया गया.
इस साइंस फेस्टीवल में देशभर के तमाम स्कूलों और इंस्टीट्यूट से बच्चे आए थे. यहां पर पुणे की पीएचडी की छात्रा भाग्यश्री साहाकार ने वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए फिल्टर बनाया है. फिल्टर में लगे बायो स्मोक ट्रैप से कार्बनडाई ऑक्साइड, सल्फरडाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसों को 80 फीसदी तक कम किया जा सकता है.

ऐसे है स्मोक ट्रैप फिल्टर.
यह पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल है, जो नेचुरल चीजों से बनाया गया है. इस बायो स्मोक ट्रैप की कीमत केवल 50 रुपये है. एक ट्रैप को 200 किमी. वाहन चलाने के बाद बदलने की जरूरत होगी. उन्होंने बताया कि कई वाहनों में इसका सफल ट्रायल किया जा चुका है. वाहन में ट्रैप लगाकर फ्लू गैस इनलाइजनर से रीडिंग की गयी, जिसमें पाया गया कि सामान्य वाहन से निकलने वाले प्रदूषण की तुलना में 80 फीसदी की कमी आयी. उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट कुछ वाहन निर्माण कंपनियों से बात कर रहा है, जिससे वो अपनी कंपनी से निकलने वाहनों में फिल्टर लगा कर दें.
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Tags: Air pollution
FIRST PUBLISHED : December 15, 2023, 14:34 IST
