हाइलाइट्स
ओपीडी कवर में डॉक्टर से परामर्श के लिए लगने वाली फीस शामिल होती है.
इस कवर में अस्पताल में होने वाले टेस्ट्स का खर्च भी शामिल होता है.
ओपीडी कवर पॉलिसी में इन-बिल्ट कम ही मिलता है.
नई दिल्ली. आज इलाज पर खर्च बहुत ज्यादा बढ़ गया है. इसलिए अब स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) की अहमियत और बढ़ गई है. अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की सोच रहे हैं तो ऐसी पॉलिसी चुनें जिसमें ओपीडी कवर (OPD Cover) शामिल हो. ज्यादातर कंपनियां ओपीडी कवर को पॉलिसी में शामिल नहीं करती हैं. अगर आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में ओपीडी कवर शामिल नहीं होगा तो हॉस्पिटल में दाखिल हुए बगैर इलाज कराने पर आपको अपनी जेब से ही अस्पताल का बिल भरना होगा.
ओपीडी कवर की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि टोटल हेल्थकेयर खर्च में से केवल ओपीडी खर्च ही 70 फीसदी तक होता है. ज्यादातर बीमारियों में मरीज को अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत नहीं होती. अस्पताल जाकर डॉक्टर से परामर्श लेकर टेस्ट कराकर दवाइयां लेनी होती है. ओपीडी कवर उन लोगों के लिए तो और भी जरूरी है, जिन्हें बार-बार अस्पताल जाना होता है. कुछ कंपनियों की पॉलिसी में ओपीडी कवर इन-बिल्ट होता है, वहीं ज्यादातर कंपनिया इसे एड-ऑन के रूप में प्रदान करती हैं.
होगा ओपीडी कवर तो बच जाएंगे ये खर्चे
डॉक्टर से परामर्श – ओपीडी कवर में डॉक्टर से परामर्श के लिए लगने वाली फीस शामिल होती है. किसी के बीमार होने पर अस्पताल के कई चक्कर लगाने पड़ सकते हैं. हर बार डॉक्टर को परामर्श फीस चुकानी होती है.
डॉयग्नोस्टिक टेस्ट्स- बीमार होने पर कई तरह के टेस्ट भी कराने पड़ सकते हैं. वास्तविक रूप से इलाज शुरू होने से पहले इन पर काफी खर्च हो जाता है. अगर आपकी पॉलिसी में ओपीडी कवर होगा तो आप इस खर्च से बच जाएंगे.
दवाइयों का खर्च – बीमारी के इलाज में दवाइयों पर बहुत पैसा खर्च होता है. ओपीडी कवर में फार्मेसी पर होने वाले पैसे की भरपाई भी बीमा कंपनी करती है.
इन बातों का रखें ध्यान
बहुत सी कंपनियां ओपीडी कवर में लैब टेस्ट्स, एक्स-रे, वेक्सिनेशन, आंख, कान और दांतों के इलाज पर हुए खर्च का भी भुगतान करती हैं. इसलिए ऐसी पॉलिसी लेनी चाहिए जिनमें ये सब आपको मिले. ओपीडी कवर के साथ आने वाली कुछ पॉलिसी में वेटिंग पीरियड होता है जबकि कुछ में ऐसी कोई शर्त नहीं होती. इसलिए वेटिंग पीरियड के बारे में जरूर जान लें सम एश्योर्ड की भी जानकारी ले लें. ओपीडी कवर वाली पॉलिसी लेते समय यह बात जरूर ध्यान रखें की अगर आप कैशलेस ऑप्शन चुन रहे हैं तो यह सुविधा केवल कंपनी के नेटवर्क अस्पताल में ही मिलेगी, दूसरे अस्पतालों में नहीं.
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Tags: Business news in hindi, Health Insurance, Insurance, Personal finance
FIRST PUBLISHED : December 15, 2023, 11:11 IST
