नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में चूक मामले में लगातार एक्शन जारी है. न केवल संदिग्धों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है, बल्कि इस मामले में हर एंगल से जांच जारी है. इस बीच संसद में घुसपैठ करने वाले घुसपैठिये ने सांसदों से क्या कहा था, उसकी जानकारी भी सामने आ गई है. संसद में घुसपैठ की घटना पर सबसे पहले हरकत में आए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि जब दो युवक दर्शक दीर्घा से चैंबर में कूद गए, तो एक महिला उन्हें बॉक्स से प्रोत्साहित करती रही और हो सकता है कि चौथे ने मार्शलों को चकमा दे दिया हो. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि पकड़े जाने पर संदिग्ध बोल रहे थे कि हमें मत पीटो, हम केवल विरोध करने आए हैं.
‘हमें मत पीटो, हम केवल प्रदर्शन के लिए यहां हैं’
नए संसद भवन में आरोपी सागर शर्मा को पकड़ने वाले सांसद हनुमान बेनीवाल ने सुरक्षाकर्मियों को सौंपने से पहले उस पर कुछ वार किए और पीटा. अंग्रेजी अखबार टीआईओ से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिस समय दोनों युवक लोकसभा चैंबर में कूदे, उस समय लगभग 150 सांसद सदन के अंदर रहे होंगे. उन्होंने कहा कि जब हमने उन संदिग्धों को पकड़ा और उन्हें थप्पड़ मारा, तो उन्होंने हमसे अनुरोध किया कि हम उन्हें न मारें क्योंकि वे केवल विरोध करने के लिए वहां आए हैं. हमने उनसे पूछा कि वे किस बात का विरोध कर रहे हैं तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया.
‘स्पीकर की कुर्सी की ओर बढ़ रहे थे संदिग्ध’
सांसद बेनीवाल ने प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रदर्शन के लिए 2001 संसद हमले की बरसी की तारीख चुनने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कनस्तरों (स्मोक क्रैकर्स) के धुएं से कई सांसद बीमार महसूस करने लगे. इस समय तक संसद के अंदर अफरा-तफरी मच गई थी… ये संदिग्ध जानबूझकर अध्यक्ष की कुर्सी की ओर बढ़ रहे थे और हमने उन्हें वहां पहुंचने से पहले ही पकड़ लिया. वहीं, संसद के भीतर की स्थिति से निपटने में साहस दिखाने वाले कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला ने चैंबर में कूदे दूसरे घुसपैठिए का सामना करने के बाद धुएं का कनस्तर छीन लिया और उसे बाहर फेंक दिया.

गृह मंत्रालय ने दिए जांच के आदेश
बता दें कि संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए, नारेबाजी की और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया. इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों ने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ और कुछ अन्य नारे लगाए. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना की जांच के आदेश दिए हैं. गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व वाली एक समिति इस घटना की जांच करेगी.
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FIRST PUBLISHED : December 14, 2023, 06:55 IST
