करनाल, आजकल किसान भी अपने आइडिया लगाके किसी भी फसल से सोने सी पैदावार कमाने लगते हैं. आज का किसान धीरे-धीरे अपनी परपंरागत खेती छोडक़र तकनीकी विधि को अपनाकर खेती करके और ज्यादा अग्रसर हो रहे हैं, जो उनके लिए फायदा का सौदा साबित हो रहा है. जिससे किसान आर्थिक उन्नति कर रहे हैं. ऐसे किसान आज के समय में दूसरे किसानों के लिए आदर्श बन रहे है, और परपंरागत खेती का त्याग कर न केवल अपनी आमदनी बढ़ाने के साथ ही प्राकृतिक संसाधनों को बचाने में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं.
करनाल के एक गांव सगोही के रहने वाले प्रगृतिशील किसान पवन ने बताया कि वे कई वर्षों से नेट हाउस में खेती कर रहे हैं, जिसमें खीरा के अलावा अब रंग बिरंगी शिमला मिर्च भी लगा रहे हैं. जिससे प्रति नेट हाउस उन्हें करीब 5 लाख रुपए का फायदा हो रहा हैं. अगर रेट सही रहे, तो ये मुनाफा 10 लाख रुपए से भी ऊपर पहुंच जाता हैं. उन्होंने कहा कि रंग बिरंगी शिमला मिर्च की बाजार में आजकल भारी डिमांड है. शिमला मिर्च के आजकल रेट भी काफी अच्छे रहते है.
पवन जी ने आगे बताया, इस खेती पर जो खर्च आता हैं, उसे निकालकर काफी अच्छी बचत होती हैं. किसान ने कहा कि रंग बिरंगी शिमला मिर्च की खेती हम लोग अगस्त से शुरू करते हैं, और 15 नवंबर तक हारवेस्टिंग शुरू हो जाती है. जो कि फरवरी से लेकर मार्च तक चलती रहती है. इस खेती को ड्रिप इरिगेशन से किया जाता है. इसके साथ ही इस खेती में खाद आदि भी बहुत ही कम लगता है.
आगे उन्होंने कहा, कि रंग बिरंगी शिमला मिर्च को दिल्ली बेचा जाता है. अगर दिल्ली के अलावा अन्य शहरों से आर्डर मिलते हैं, तो वहां पर भी भेजा जाता है. रंग बिरंगी शिमला मिर्च की खेती लाभदायक व फायदे देने वाली है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले नेट हाउस आदि लगाने पर 65 प्रतिशत सब्सिडी देती थी, जो अब केवल 50 प्रतिशत कर दी है. उन्होंने किसानों से आह्वान किया, कि वे नेट हाउस आदि वैज्ञानिक तरीके से सब्जियों की खेती करें. जिससे उन्हें भारी मुनाफा होगा, बेशक किसान छोटे स्तर से खेती करें. इससे उन्हें आगे बढऩे में काफी मदद मिलेंगी.
किसान ने कहा, जब से नेट हाउस आदि में खेती शुरू की हैं, उन्हें कभी नुकसान नहीं हुआ बल्कि मुनाफा ही मुनाफा हुआ हैं. सरकार की तरफ से भी नेट हाउस के लिए 65% की सब्सिडी दी जाती है.
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FIRST PUBLISHED : December 13, 2023, 18:01 IST
