नई दिल्ली: दिवंगत पत्रकार सौम्या विश्वनाथन के पिता एमके विश्वनाथन का निधन शनिवार, 9 दिसंबर को हो गया. बता दें कि दो हफ्ते पहले ही दिल्ली की साकेत कोर्ट ने सौम्या मर्डर केस के चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या के मामले में पांच में से चार दोषियों को 25 नवंबर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जबकि पांचवें दोषी को तीन साल की जेल दी गई.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की 2008 में हत्या कर दी गई थी. सौम्या के 82 वर्षीय पिता एमके विश्वनाथन को सुनवाई से ठीक दो दिन पहले दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जब पांच आरोपियों को कारावास की सजा सुनाई गई तो एमके विश्वनाथन को गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में अदालती कार्यवाही ऑनलाइन दिखाई गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि परिवार ने अदालत को सूचित किया कि ‘वह ‘उदास थे लेकिन उन्होंने सजा देखने की इच्छा व्यक्त की थी.’
सौम्या विश्वनाथन हत्याकांड
एक प्रमुख अंग्रेजी समाचार चैनल में काम करने वाली पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की 30 सितंबर, 2008 की सुबह दक्षिण दिल्ली के नेल्सन मंडेला मार्ग पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना तब हुई थी जब वह काम से घर लौट रही थीं. पुलिस ने दावा किया था कि घटना का मकसद डकैती था. इस साल 18 अक्टूबर को, अदालत ने रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक और अजय कुमार को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) प्रावधानों के तहत संगठित अपराध करने के लिए दोषी ठहराया.

दो हफ्ते पहले जब अदालत ने सौम्या केस में दोषियों को सजा सुनाई, तब एमके विश्वनाथन अदालत में ही मौजूद थे. उनके साथ उनकी पत्नी माधवी विश्वनाथन भी थीं. बेटी के हत्यारों के सजा दिलाने के लिए पिता ने लगभग 15 साल तक कोर्ट कचहरी के चक्कर काटे. न्याय के इस संघर्ष में उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी हुईं, लेकिन बेटी को न्याय दिलाने के लिए वह अड़े रहे.
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Tags: Butal murder, Murder case
FIRST PUBLISHED : December 10, 2023, 14:48 IST
