मशहूर गज़लकार बशीर बद्र ने अपनी गज़लों के माध्यम से शायरी की एक नई भाषा को जन्म दिया. इनकी गज़लों में महानगरीय जीवन-व्यवहार के शब्दों के साथ-साथ मुहावरों का भी मिश्रण पढ़ने और सुनने को मिलता रहा है. उर्दू साहित्य की दुनिया में उनकी कलम की लोकप्रियता ने जो मुकाम हासिल किया है, उस पर किसी को भी रश्क होना लाज़मी है. पढ़ें बशीर साहब के चुनिंदा शेर…
